सब्जियों की नर्सरी – भाग 3
और हम लोग किसानों के खेत की तरफ निकल लिए और थोड़ी देर में किसान के फील्ड पर पहुंच गये, वहां हमने देखा कि टमाटर एवं बैगन की नर्सरी तैयार खड़ी हुई है , परन्तु नर्सरी की समान वृद्धि नहीं है एवं लगभग 30-40 % नर्सरी में गलन होने के कारण ख़राब हो रही थी मैंने कहा इसमें तो गलन लगी हुई है किसानों ने कहा कि ये गलन तो हर साल आ जाती है और कोई रोकथाम भी नहीं हो पाती है, मैंने कहा ये गलन फंगस के कारण आती है और ये फंगस मिटटी से आता है और जब आप बिना मिटटी के नर्सरी तैयार करेंगे तो ये गलन नहीं आएगी I तथा मैंने कहा की इसकी सामान वृद्धि भी नहीं हो रही है तो किसानो ने कहा की सारे पौधे एक सामान वृद्धि नहीं कर सकते हैं कोई भी नर्सरी एक समान वृद्धि वाली नहीं हो सकती इस पर मैंने कहा की ऐसा नहीं है की कोई भी नर्सरी एक समान वृद्धि वाली नहीं हो सकती, यह हो सकती है और हम आपको दिखाएंगे I
साथियों वहाँ उपस्थित किसानों में ज्यादातर किसान ऐसे थे कि वह यह बात मानने के लिए तैयार ही नहीं थे कि उच्च तकनीकी से तैयार नर्सरी, मिट्टी में तैयार की हुई नर्सरी से अच्छी नर्सरी हो सकती है, हम दोनों लोगों ने बहुत समझाया लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं थे अब हमारे सामने यह परिस्थिति आ गयी कि हम उन्हें ये विश्वास कैसे दिलाएं कि उच्च तकनीकी से तैयार कि गयी नर्सरी वास्तव में ही अच्छी नर्सरी होती है, मुझे ये पता था कि यह समय नर्सरी तैयार करने का है और मैंने किसानों से पूछा कि क्या आपने मिटटी में नर्सरी तैयार कि है तो किसानों ने कहा कि हाँ हमने मिटटी में नर्सरी तैयार कि है और वो रोपाई के योग्य है I हमने कहा चलो हम चलकर आपकी नर्सरी देखते हैं I
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