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Landscaping for Enriching Quality of Living
Landscaping is a way to connect with “nature” and get best out of it in improving the quality of life. The main principle of landscaping is to combine utility with beauty as well as to frame the natural landscape and improve upon it…
Protected Cultivation and Entrepreneurship
Protected cultivation commonly referred to as polyhouse farming is a technology in which crops are growing in a controlled environment. The environment may be controlled fully, partially or modified to protect the crop from adversaries.
सूक्ष्म सिंचाई / Micro Irrigation
Part 1
सिंचाई की बात हो और सूक्ष्म सिंचाई का जिक्र ना हो 21 वीं सदी में ऐसा हो ही नहीं सकता । एक वक्त ऐसा भी था जब मैं सिंचाई को बहुत थोड़ा ही समझती थी, बस इतना की किसी खेत में पानी लगाने के लिए बस एक बोर वेल की जरुरत होती है बस एक…
सब्जियों की नर्सरी – भाग 1
साथियों आज हम बात कर रहे हैं सब्जियों की नर्सरी के बारे में सब्जियों की नर्सरी के बारे में मेरा अलग अलग अनुभव रहा है कॉलेज टाइम से लेकर आज तक में इस नर्सरी से जुड़ा हुआ हूं कॉलेज टाइम में बीएससी कृषि में नर्सरी के बारे में पढ़ाया जाता था जिसके अंतर्गत प्रयोगात्मक कक्षाएं होती थी तो वहां पर मिट्टी में नर्सरी बनवा कर प्रैक्टिकल होता था तथा उसके बाद परास्नातक कृषि में भी …
सूक्ष्म सिंचाई / Micro Irrigation
Part 2
2015 में मैं इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉर्टिकल्चर टेक्नोलॉजी से जुडी और इस विषय में पढ़ाना शुरू किया और इन 7 सालों में हजारो किसानो को और उनकी खेती से जुडी परेशानियों को जाना और समझा । इससे एक बात तो स्पष्ट हुई की हमें सूक्ष्म सिंचाई / Micro Irrigation की जरुरत बहुत ज्यादा …
सब्जियों की नर्सरी – भाग 2
ऐसा ही एक अनुभव मैं आपको बताने जा रहा हूँ I यह वाक्या हापुड़ जिले का है, मैं और मेरे साथी अनीश जी हम दोनों लोग उत्तर प्रदेश में स्थित हापुड़ जिले के एक गांव में कुछ किसानों से मिले हमने किसानों को उच्च तकनीकी से तैयार नर्सरी के बारे में बताया तथा किसानों को बताया कि आप उच्च तकनीकी …
सूक्ष्म सिंचाई / Micro Irrigation : महत्त्व – भाग 3
हम सूक्ष्म सिंचाई के बारे में बहुत कुछ सुनते हैं पढ़ते हैं पर उसे उपयोग में लाने में कतराते हैं इसके बहुत सरे कारण हैं जिसमे सबसे बड़ी वजह ये है की हम इसके महत्त्व को नहीं समझते और इसे उपयोग कैसे करना है ये भी हमें नहीं पता होता है। जो इसके महत्त्व के बारे में जानते हैं वो इसे इस्तिमाल भी कर रहे हैं चूंकि वास्तव में, खेती को टिकाऊ…
सब्जियों की नर्सरी – भाग 3
और हम लोग किसानों के खेत की तरफ निकल लिए और थोड़ी देर में किसान के फील्ड पर पहुंच गये, वहां हमने देखा कि टमाटर एवं बैगन की नर्सरी तैयार खड़ी हुई है , परन्तु नर्सरी की समान वृद्धि नहीं है एवं लगभग 30-40 % नर्सरी में गलन होने के कारण ख़राब हो रही थी मैंने कहा इसमें तो गलन लगी हुई है किसानों ने कहा कि ये गलन तो हर साल आ जाती है और कोई रोकथाम भी नहीं हो पाती है, …
सब्जियों की नर्सरी – भाग 4
इसके बाद मैंने किसानों से कहा की अब आप मिट्टी में से पौधा उखाड़ो उन किसान भाइयों ने जब पौधा उखाड़ा तो हमने कहा कि अब आप इसकी जड़े देखो इसमें कितनी जड़े हैं तो उन्होंने कहा कि जड़े तो इसकी टूट जाती हैं जब हम उखाड़ते हैं लेकिन जब हम इसकी रोपाई करेंगे तो यह जड़े दोबारा से आ जाएंगी 10 से 15 दिन का समय लगता है उसके बाद …
सब्जियों की नर्सरी – भाग 5
उन किसान भाइयों ने अलग-अलग प्रो ट्रे में से अलग-अलग फसल के पौधे निकाल कर देखे तो उन्होंने देखा कि जिस तरह से मिट्टी से उखाड़े गए पौधे की जड़ टूट जा रही थी लेकिन इस पौधे की जड़ें जो मृदा रहित माध्यम में था जो उच्च तकनीकी से तैयार किया गया था उस पौधे की कोई भी जड़े टूटती नहीं है जड़े पौधा बनाने के लिए प्रयोग होने वाले माध्यम कोकोपीट ,वर्मीकुलाईट एवं परलाइट …
सब्जियों की नर्सरी – भाग 6
तब किसान भाइयों ने माना कि आपकी बात बिल्कुल ठीक है अभी तक हम इस भूल में थे कि मिट्टी से अच्छा पौधा नहीं बन सकता लेकिन आज हमें पता चला कि मिट्टी से भी अच्छा पौधा बिना मिट्टी में बन सकता है तथा एकदम स्वस्थ पौधा इसमें कोई किसी भी प्रकार की बीमारी और कीट का प्रकोप नहीं है सारे पौधे समान ऊंचाई और समान मोटाई के हैं सारे पौधों का कलर एकदम …
सब्जियों की नर्सरी – भाग 7
अब मैं आपको एक और दूसरी वेजिटेबल प्लग टाइप यूनिट अलीगढ़ का अनुभव बताने जा रहा हूं वह भी एक बहुत अच्छा अनुभव था, साथियों अलीगढ़ में नई वेजिटेबल प्लग टाइप यूनिट की स्थापना की गई और वहां पौधा बनाने में कुछ समस्या आ रही थी तो वहां से जिला उद्यान अधिकारी अलीगढ का फोन आया कि प्लग टाइप यूनिट पर पौधे अच्छे से नहीं बन पा रहे हैं एक बार आप लोग आकर देख लेंगें तो अच्छा रहेगा…
Drip Irrigation/टपक सिंचाई- Filters – भाग 4
टपक सिंचाई सूक्ष्म सिंचाई का ही एक प्रकार है जिसे हम बागवानी फसलों में सिंचाई के लिए प्रयोग करते हैं । टपक सिंचाई में पानी को मंद गति से बूँद-बूँद करके फसलों की जड़ो में प्लास्टिक पाइप से दिया जाता है। ड्रिप लगाने के लिए सबसे पहले हमें पानी की उपलब्धता को देखना होता है और ये पता करना होता है की हम जो पानी सिंचाई के लिए …
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